Screen Reader Access Skip to Main Content Font Size   Increase Font size Normal Font Decrease Font size
Indian Railway main logo
खोज :
Find us on Facebook   Find us on Twitter View Content in English
National Emblem of India

हमारे बारे में

मंडल

समाचार एवं अद्यतन

निविदाओं और अधिसूचनाएं

प्रदायक सूचना

यात्री सेवा

हमसे संपर्क करें

पुछ-ताछ
यात्री आरक्षण
रिटायरिंग रूम
पार्सल कार्यालय
माल गोदाम
गूड्स साइडींग
कोलियरी साईडिंग
प्रशासन
चिकीत्सा
कार्मिक
परिचालन
संरक्षा
सिविल इंजीनियरी
विद्युत परिचालन
विद्युत (टी.आर.एस.)
विद्युत कर्षण
सामान्य
यांत्रिक (शक्ति)
यांत्रिक समाडी
यांत्रिक डीज़ल
संकेत एवं दूर संचार
लेखा
स्टोर्स
सुरक्षा
राजभाषा
क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्था


 
Bookmark Mail this page Print this page
QUICK LINKS
वाणिज्य




बरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक, आसनसोल
दूरभाष(का.): 0341-2304653
ई-मेल: srdcm@asn.railnet.gov.in


कार्य वि‍वरण:

वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक/आसनसोल, आसनसोल मंडल के अंतर्गत समस्‍त वाणि‍ज्‍यि‍क गति‍वि‍धि‍यों के प्रभारी अधि‍कारी है। उनका प्राथमि‍क दायि‍त्‍व है - ग्राहक संतुष्‍टि‍ सुवि‍धाओं का अनुरक्षण करना एवं उन्‍नत करना, यात्री सुख-सुवि‍धाएं उपलब्‍ध कराना और रेलवे प्रशासन की ओर से वाणि‍ज्‍य पदाधि‍कारि‍यों की एक कुशल टीम के नेता के रूप में एक अत्‍यंत महत्‍त्‍वपूर्ण जन छवि‍ के तौर पर कार्य करना और इनके जरि‍ये मंडल में रेलवे की सेवा के स्‍तर को उन्‍नत करना। इनके अलावा वे हरसंभव उपलब्‍ध संसाधनों यथा यात्री सेवाएं, गुड्स, पार्सल और टि‍कट जाँच इत्‍यादि‍ के माध्‍यम से हर प्रकार के रेलवे बकाया की वसूली के लि‍ए उत्‍तरदायी हैं।      

यह मंडल वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक के नेतृत्‍व में मंडल के 75 स्‍टेशनों पर यात्री सेवाएं उपलब्‍ध कराता है। यात्रा की योजना बनाने से लेकर यात्रा समाप्‍त होने के बाद रेलवे परि‍सर छोड़ने तक कर्मचारी हि‍तार्थ हरेक वाणि‍ज्य गति‍वि‍धि‍ वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक के कार्यक्षेत्र के दायरे में आता है। लोक प्रशासन की योग्‍यता के साथ  केवल समर्पण, कुशलता, सुदृष्‍टि‍ और प्रशासनि‍क क्षमता ही प्रति‍दि‍न 1.5 लाख यात्रि‍यों को संतोषजनक सेवा उपलब्‍ध करा सकता है।

आसनसोल मंडल का एक अन्‍य महत्‍त्‍वपूर्ण पक्ष है कि‍ यह पूर्व रेलवे का सर्वाधि‍क महत्‍त्‍वपूर्ण मालभाड़ा अर्जि‍त करने वाला मंडल है। गुड्स यातायात के परि‍प्रेक्ष्‍य में संवर्धि‍त अर्जन बि‍ना कार्य-कुशल प्रशासन के संभव नहीं है। केवल वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक के नेतृत्‍व में हरसंभव वि‍पणन प्रयास ही रेलवे में नए यातायात के आकर्षण के जरि‍ये रेल को-एफि‍सि‍एंट बढ़ा सकता है। साथ ही, सरकारी और गैर-सरकारी शीर्ष के लि‍ए कार्यक्रमबद्ध यातायात को बनाए रखने के लि‍ए भी वाणि‍ज्‍य वि‍भाग के साथ अच्‍छे संपर्क और पारस्‍परि‍क समझबूझ आवश्‍यक है, जो कि‍ वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक अच्‍छी तरह से अनुरक्षि‍त करते हैं। यात्रि‍यों को उपलब्‍ध कराए जाने वाली सेवाओं की गुणवत्‍ता पर नि‍यंत्रण और रेल परि‍सर में ग्राहकों के प्रति‍ अनुकूल रवैया का सृजन काफी हद तक लोक शि‍कायतों पर अंकुश लगा सकता है। यह एक महत्‍त्‍वपूर्ण क्षेत्र है जहाँ वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक एक सेवा प्रदाता के तौर पर रेलवे ग्राहकों के व्‍यवहार/रुझान को भाँपते हैं।    

संक्षेप में, वाणि‍ज्‍य वि‍भाग के प्रमुख के रूप में वरि‍ष्‍ठ मंडल वाणि‍ज्‍य प्रबंधक का कार्य अधि‍कतम अर्जन नि‍ष्‍पादन हासि‍ल करने के अलावा संपूर्ण ग्राहक संतुष्‍टि‍ उपलब्‍ध कराना है।

संविदा कमाई








Source : पूर्व रेलवे CMS Team Last Reviewed : 27-04-2023  


  प्रशासनिक लॉगिन | साईट मैप | हमसे संपर्क करें | आरटीआई | अस्वीकरण | नियम एवं शर्तें | गोपनीयता नीति Valid CSS! Valid XHTML 1.0 Strict

© 2010  सभी अधिकार सुरक्षित

यह भारतीय रेल के पोर्टल, एक के लिए एक एकल खिड़की सूचना और सेवाओं के लिए उपयोग की जा रही विभिन्न भारतीय रेल संस्थाओं द्वारा प्रदान के उद्देश्य से विकसित की है. इस पोर्टल में सामग्री विभिन्न भारतीय रेल संस्थाओं और विभागों क्रिस, रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बनाए रखा का एक सहयोगात्मक प्रयास का परिणाम है.