लिलुआ कारखाना का संक्षिप्त इतिहास
1)ईस्ट इंडियन रेलवे कम्पनी ने वर्ष 1863 में रेलवे सवारी एवं मालडिब्बा कारखाना की स्थापना हावड़ा में की थी । वर्ष 1900 में इसे वर्तमान स्थान पर स्थानांतरित किया गया । यह कारखाना 114 साल पुराना है तथा वर्ष 2000 में अपनी शत वर्ष को मनाया था । यह कारखाना हावड़ा जिला के औद्योगिक केन्द्र में हुगली नदी के बगल में अवस्थित है । यह 2.99 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है जिसका आवृत क्षेत्र 1.05 लाख वर्ग मीटर है । इसकी कुल स्वीकृत कर्मचारी क्षमता 10282 (01.01.14) को है ।
2)इस कारखाना की स्थापना सवारी डिब्बा एवं मालडिब्बा के आवधिक पुन:कल्पन के लिए की गयी थी । वर्तमान में इस कारखासना के मुख्य कार्यकलाप एसी एवं गैर एसी सवारी डिब्बा का आवधिक पुन:कल्पन तथा अन्त:कालीन पुन:कल्पन है । एल एच बी सवारी डिब्बों का पी ओ एच / आई ओ एच करने वाले भा. रे. के 3 अग्रणीय कारखाना में से यह एक है । इस कारखाना में मालडिब्बों का भी पुन:कल्पन होता है तथा पूर्व रेलवे का यह एकमात्र कारखाना है जहां वीवीजेडआई तथा बीएलसी मालडिब्बों का पुन:कल्पन होती है ।
3)लिलुआ कारखाना का वर्तमान अभिन्यास इसके और विस्तार की अनुमति नहीं देता क्योंकि यह दो तरफ (उत्तर एवं दक्षिण ) जलाशय ( नार्थ एवं साउथ टैंक ) पूर्व में नगरपालिका सड़क तथा पश्चिम में हावड़ा वर्द्धमान रेलवे लाइन मुख्यमार्ग से घिरा है । आवृत्ति क्षेत्र भी लगभग संतुष्टि बिन्दु तक पहूंच गया है फलस्वरूप लिलुआ में कार्यकलापों की वृद्धि करने की आवश्यकता होते हुए भी आवृ;त्ति क्षेत्र का विस्तार करना संभव नहीं हैं ।